China :- इसमें कोई शक नहीं है, कि चीन बहुत बड़े आर्थिक संकट में फंसा हुआ है और चीन की आर्थिक मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। पिछले दिनों तो रिपोर्ट ये भी आई थी, कि चीन की कम्युनिस्ट पार्टी ने जनता के विद्रोह को कुचलने के लिए और अपने बैंकों को बचाने के लिए सड़क पर टैंकों को उतार दिया था और उसकी तस्वीरों ने पूरी दुनिया को डरा दिया, क्योंकि 1989 में चीन हजारों छात्रों को टैंक से उड़ा चुका है। लेकिन, असल स्थिति इससे भी ज्यादा खतरनाक है और चीन की अर्थव्यवस्था अब कम्युनिस्ट पार्टी के मुखिया शी जिनपिंग से संभाले नहीं संभल रही है।
चीन की तरफ से जो रिपोर्ट आ रही है, उनमें कहा गया है कि,हेनान प्रांत की सड़कों पर पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के जो टैंक देखे गये थे, असल में उन्हें बैंकों को बचाने के लिए सड़कों पर नहीं उतारा गया था, बल्कि उन टैंकों को कहीं और भेजा जा रहा था और देश में आई बैंकिंग संकट से उनका कोई लेना देना नहीं है। पहले ये दावा किया गया था, कि पीएलए 17 जुलाई को हेनान की राजधानी झेंग्झौ की सड़कों पर टैंकों की तैनाती कर रहा है, ताकि बैंक शाखाओं को नाराज निवेशकों से बचाया जा सके, जिनके खाते फ्रीज हो गए थे। रिपोर्ट आई थी, कि चीनी अधिकारियों ने विरोध को कुचलने के लिए सेना को सक्रिय रूप से तैनात कर दिया है। इस रिपोर्ट के आने के बाद दुनियाभर के हजारों लोगों ने इसे 1989 में तियानमेन की घटना से जोड़ कर ट्वीट करने लगे। रिपोर्ट्स में कहा गया था कि, बैंक ऑफ चाइना की हेनान शाखा ने घोषणा की कि उनकी शाखा में लोगों की बचत अब ‘इन्वेस्टमेंट प्रोडक्ट’ है और इसे वापस नहीं लिया जा सकता है।”