Forensic report नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट ने एक महत्वपूर्ण मामले में बड़ा खुलासा किया है। पूर्व मणिपुर मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह से जुड़े विसलब्लोअर ऑडियोटेप्स की फोरेंसिक जांच में पाया गया है कि इन ऑडियो रिकॉर्डिंग्स में छेड़छाड़ की गई थी। यह ऑडियो रिकॉर्डिंग्स मई 2023 में मणिपुर में हुए जातीय हिंसा के मामले में महत्वपूर्ण सबूत के रूप में सामने आई थीं।
क्या है मामला?
मणिपुर में मई 2023 में जातीय हिंसा भड़क उठी थी जिसमें बड़ी संख्या में लोग मारे गए और हजारों लोग विस्थापित हो गए। इस मामले में एक विसलब्लोअर ने ऑडियो रिकॉर्डिंग्स जारी की थीं जिसमें दावा किया गया था कि पूर्व मुख्यमंत्री बीरेन सिंह जातीय हिंसा में शामिल थे। इन ऑडियो रिकॉर्डिंग्स की फोरेंसिक जांच के बाद अब यह पता चला है कि इनमें छेड़छाड़ की गई थी।
सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी
सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में सुनवाई करते हुए कहा कि यह बहुत गंभीर मामला है और इसकी जांच होनी चाहिए। कोर्ट ने कहा कि वह इस मामले में जांच की निगरानी करेगा और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। कोर्ट ने यह भी कहा कि वह इस मामले में एक स्वतंत्र एजेंसी से जांच कराने पर विचार कर रहा है ताकि जांच में पारदर्शिता बनी रहे।
ऑडियो रिकॉर्डिंग्स की जांच
ऑडियो रिकॉर्डिंग्स की जांच करने वाली फोरेंसिक लैब ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि इन रिकॉर्डिंग्स में छेड़छाड़ की गई थी। लैब ने कहा कि रिकॉर्डिंग्स के कुछ हिस्सों को हटाया गया था और कुछ हिस्सों को बदल दिया गया था। इस रिपोर्ट के बाद अब यह सवाल उठ रहा है कि इन ऑडियो रिकॉर्डिंग्स को क्यों और किसने बदला।
बीरेन सिंह का बयान
पूर्व मुख्यमंत्री बीरेन सिंह ने इन ऑडियो रिकॉर्डिंग्स को फर्जी बताया है और कहा है कि यह उनके खिलाफ साजिश है। सिंह ने कहा है कि वह जांच में सहयोग करने के लिए तैयार हैं और सच सामने आएगा।






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