Indian railways: नई दिल्ली:- भारतीय रेलवे ने स्थानीय कारीगरों और हस्तशिल्पियों को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। रेलवे ने हाल ही में ‘आभार’ ऑनलाइन स्टोर को समर्थन देने का निर्णय लिया है जो एक ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म है जो स्थानीय उत्पादों और हस्तशिल्प को प्रदर्शित करता है।
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आभार ऑनलाइन स्टोर की विशेषताएं
आभार ऑनलाइन स्टोर पर विभिन्न प्रकार के उत्पाद उपलब्ध होंगे जिनमें हस्तशिल्प, हथकरघा, और अन्य स्थानीय उत्पाद शामिल हैं। यह स्टोर एक जिला एक उत्पाद (ओडीओपी) और भौगोलिक संकेत (जीआई) उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए एक मंच प्रदान करेगा। आभार ऑनलाइन स्टोर का उद्देश्य स्थानीय कारीगरों और हस्तशिल्पियों को बाजार उपलब्ध कराना और उनकी आय में वृद्धि करना है।
रेलवे की पहल
भारतीय रेलवे ने अपने ‘एक स्टेशन एक उत्पाद’ (ओएसओपी) योजना के तहत स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठाए हैं। इस योजना के तहत, रेलवे स्टेशनों पर स्थानीय उत्पादों की बिक्री के लिए स्टॉल लगाए गए हैं। आभार ऑनलाइन स्टोर के साथ साझेदारी में, रेलवे स्थानीय कारीगरों को उनके उत्पादों को ऑनलाइन बेचने में मदद करेगा।
स्थानीय कारीगरों को फायदा
आभार ऑनलाइन स्टोर से स्थानीय कारीगरों को कई फायदे होंगे। वे अपने उत्पादों को देश भर में बेच सकेंगे और अपनी आय में वृद्धि कर सकेंगे। इसके अलावा वे अपने उत्पादों को वैश्विक बाजार में भी बेच सकेंगे जिससे उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाने में मदद मिलेगी।
सरकार की पहल
सरकार ने स्थानीय कारीगरों और हस्तशिल्पियों को बढ़ावा देने के लिए कई पहल की हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘वोकल फॉर लोकल’ अभियान का शुभारंभ किया है जिसका उद्देश्य स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देना और आत्मनिर्भर भारत का निर्माण करना है। इस अभियान के तहत सरकार स्थानीय कारीगरों और हस्तशिल्पियों को विभिन्न प्रकार की सहायता प्रदान कर रही है।






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