इस्लामाबाद (पाकिस्तान):- भारत ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि उसकी धरती पर आतंक का कोई ठिकाना सुरक्षित नहीं रह सकता। हाल ही में सामने आया कबूलनामा लश्कर ए तैयबा के उस कमांडर का है जिसने मान लिया है कि भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान के मुरीदके स्थित मरकज तैयबा मुख्यालय को ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पूरी तरह ध्वस्त कर दिया। यह घटना केवल एक सैन्य कार्रवाई भर नहीं बल्कि आतंक के खिलाफ भारत की सख्त नीति और दृढ़ संकल्प का भी प्रतीक है।
ऑपरेशन सिंदूर की सफलता ने साफ कर दिया कि भारतीय सेना न केवल सीमा की रक्षा करने में सक्षम है बल्कि जरूरत पड़ने पर दुश्मन के गढ़ तक जाकर निर्णायक प्रहार करने की क्षमता रखती है। पाकिस्तान लंबे समय से आतंकवादी संगठनों को पनाह देने के आरोपों से घिरा रहा है। ऐसे में लश्कर ए तैयबा के कमांडर का यह कबूलनामा पाकिस्तान की नीतियों पर भी बड़ा सवाल खड़ा करता है।
भारतीय सेना ने जिस तरह से यह मिशन अंजाम दिया वह भविष्य के लिए भी एक संदेश है। अब आतंकवादियों और उनके सरपरस्तों को समझ लेना चाहिए कि भारत अपने नागरिकों की सुरक्षा को लेकर कोई समझौता नहीं करेगा। ऑपरेशन सिंदूर का नाम ही इस बात का प्रतीक है कि यह केवल सैन्य अभियान नहीं बल्कि राष्ट्र की अस्मिता और गरिमा की रक्षा का संकल्प था।
लश्कर कमांडर का स्वीकारोक्ति बयान दुनिया भर में यह दिखाने के लिए पर्याप्त है कि भारत अब केवल रक्षात्मक नीति पर नहीं बल्कि आक्रामक रणनीति अपनाने के लिए भी तैयार है। आने वाले समय में यह ऑपरेशन आतंक के नेटवर्क पर और गहरा असर डालेगा। आतंकवाद के खिलाफ इस निर्णायक कदम ने न केवल भारत बल्कि पूरी दुनिया को एक मजबूत संदेश दिया है कि आतंक का कोई भी ठिकाना कहीं भी सुरक्षित नहीं रह सकता।
Deprecated: File Theme without comments.php is deprecated since version 3.0.0 with no alternative available. Please include a comments.php template in your theme. in /home/u754392520/domains/dastakhindustan.in/public_html/wp-includes/functions.php on line 6114