नई दिल्ली:- अमेज़न को एक अमेरिकी जज ने ऑनलाइन शॉपिंग सुरक्षा कानून का उल्लंघन करने का दोषी पाया है। यह फैसला फेडरल ट्रेड कमीशन (एफटीसी) द्वारा दायर एक मुकदमे में आया है जिसमें आरोप लगाया गया था कि अमेज़न ने अपने प्राइम सब्सक्रिप्शन प्रोग्राम के लिए ग्राहकों को बिना सहमति के साइन अप कर लिया और उन्हें कैंसिल करने में भी परेशानी का सामना करना पड़ा।
क्या है मामला?
एफटीसी ने आरोप लगाया है कि अमेज़न ने अपने प्राइम सब्सक्रिप्शन प्रोग्राम के लिए ग्राहकों को बिना सहमति के साइन अप कर लिया और उन्हें कैंसिल करने में भी परेशानी का सामना करना पड़ा। एफटीसी का कहना है कि अमेज़न ने अपने यूजर इंटरफेस डिज़ाइन में “डार्क पैटर्न्स” का उपयोग किया जिससे ग्राहकों को पता नहीं चला कि वे प्राइम सब्सक्रिप्शन के लिए साइन अप कर रहे हैं।
जज का फैसला
अमेरिकी जज जॉन चुन ने अपने फैसले में कहा कि अमेज़न ने ग्राहकों की बिलिंग जानकारी इकट्ठा करने से पहले प्राइम सब्सक्रिप्शन के नियमों और शर्तों का खुलासा नहीं किया, जो ऑनलाइन शॉपिंग सुरक्षा कानून का उल्लंघन है। जज ने यह भी कहा कि दो अमेज़न अधिकारियों को किसी भी उल्लंघन के लिए जिम्मेदार ठहराया जाएगा जो एफटीसी मुकदमे में साबित करेगी।
अमेज़न की प्रतिक्रिया
अमेज़न के एक प्रवक्ता ने कहा कि कंपनी ने कुछ भी गलत नहीं किया है और वह ग्राहकों के हितों को ध्यान में रखते हुए काम करती है। हालांकि, एफटीसी के अध्यक्ष ने कहा कि अमेज़न की गतिविधियों ने ग्राहकों को धोखा दिया और उन्हें आर्थिक नुकसान पहुंचाया।
अगले कदम
अब इस मामले में अगली सुनवाई होगी, जिसमें एफटीसी अमेज़न के खिलाफ अपने आरोपों को साबित करने की कोशिश करेगी। यदि अमेज़न दोषी पाया जाता है तो उसे आर्थिक जुर्माना और अन्य दंड का सामना करना पड़ सकता है।
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