नई दिल्ली :- भारत ने टेक्नोलॉजी और मैन्युफैक्चरिंग के क्षेत्र में एक और बड़ा मुकाम हासिल कर लिया है। जिस देश को कभी केवल एक उपभोक्ता बाजार माना जाता था, अब वह वैश्विक स्मार्टफोन आपूर्ति श्रृंखला का एक अहम हिस्सा बनता जा रहा है। 2015 में भारत का नाम स्मार्टफोन एक्सपोर्टिंग देशों की सूची में 167वें स्थान पर था। लेकिन आज, 2025 में, भारत शीर्ष निर्यातकों की सूची में आ गया है। 2024 में देश ने कुल 2 लाख करोड़ रुपये के स्मार्टफोन का एक्सपोर्ट किया और 2025 के अंत तक यह आंकड़ा 30-35 अरब डॉलर तक जा सकता है।
अमेरिका की धमकी
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ऐपल जैसी कंपनियों पर दबाव बनाया था कि वे चीन या भारत जैसे देशों में उत्पादन बंद करें और अमेरिका लौटें। लेकिन ट्रंप की उस चेतावनी का भारत पर उल्टा असर पड़ा। भारत ने न सिर्फ अपना उत्पादन जारी रखा बल्कि निर्यात में भी बड़ी छलांग लगाई। 2025 के फाइनेंशियल ईयर के पहले पांच महीनों में भारत ने 1 लाख करोड़ रुपये से अधिक के स्मार्टफोन का निर्यात किया, जो पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 55% ज्यादा है। 2024 में यह आंकड़ा सिर्फ 64,500 करोड़ रुपये था।
ऐपल बना गेम चेंजर
भारत में स्मार्टफोन निर्माण की इस सफलता के पीछे ऐपल और उसके साझेदारों की बड़ी भूमिका रही है। टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स और फॉक्सकॉन, जो ऐपल के मुख्य वेंडर्स हैं, उन्होंने अकेले 75,000 करोड़ रुपये के स्मार्टफोन निर्यात किए हैं। यह संकेत है कि भारत में अब हाई-एंड स्मार्टफोन का निर्माण और निर्यात संभव है।
PLI स्कीम ने बदला गेम
भारत सरकार की प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव (PLI) योजना ने मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर को नई ऊर्जा दी है। इस योजना के तहत कंपनियों को उत्पादन बढ़ाने पर वित्तीय प्रोत्साहन मिलता है।
Deprecated: File Theme without comments.php is deprecated since version 3.0.0 with no alternative available. Please include a comments.php template in your theme. in /home/u754392520/domains/dastakhindustan.in/public_html/wp-includes/functions.php on line 6114