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Dastak Hindustan - इंजीनियर्स डे 2025: सफलता की राह में शॉर्टकट नहीं, मेहनत और धैर्य का महत्व

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इंजीनियर्स डे 2025: सफलता की राह में शॉर्टकट नहीं, मेहनत और धैर्य का महत्व

नई दिल्ली :- हर साल 15 सितंबर को भारत में इंजीनियर्स डे मनाया जाता है, जो महान इंजीनियर सर मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया की जयंती के रूप में मनाया जाता है। इस दिन का उद्देश्य इंजीनियरों के योगदान और उनकी मेहनत को सम्मानित करना है, जो हमारे समाज को आकार देने और प्रगति की राह में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

प्रसिद्ध इंजीनियरों के प्रेरणादायक उद्धरण

इस इंजीनियर्स डे पर, कुछ प्रसिद्ध इंजीनियरों के उद्धरणों पर नजर डालते हैं जो हमें सफलता की राह में प्रेरित करते हैं:

निथिन कामथ: “अमीर बनने के लिए कोई शॉर्टकट नहीं है। इसके लिए अच्छे आदतें और धैर्य की आवश्यकता होती है।”

एनआर नारायण मूर्त: “काम की संस्कृति के चार प्रमुख स्तंभ हैं – समयनिष्ठा, ईमानदारी, पेशेवर क्षमता और सामाजिक जिम्मेदारी।”

– ई श्रीधरन: “हर साल इंजीनियर्स डे हमें उन मस्तिष्कों का सम्मान करने का अवसर देता है जो हमारे विश्व को आकार देते हैं।”

वर्गीज कुरियन: “अपने काम में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए निरंतर प्रयास करना आवश्यक है।”

सर मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया: एक प्रेरणादायक व्यक्तित्व

सर मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया एक महान इंजीनियर और राजनेता थे, जिन्होंने भारत के बुनियादी ढांचे के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया। उनके कुछ प्रमुख योगदानों में शामिल हैं :

कृष्ण राजा सागर बांध: उन्होंने इस बांध का डिजाइन और निर्माण किया, जो आज भी एक महत्वपूर्ण सिंचाई परियोजना है।

हैदराबाद की बाढ़ सुरक्षा प्रणाली: उन्होंने इस प्रणाली को डिजाइन और लागू किया, जिससे शहर को बाढ़ से बचाया जा सके।

शिक्षा: उन्होंने कई शैक्षिक संस्थानों की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और शिक्षा के क्षेत्र में योगदान दिया।

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