रूस:- रूसी मीडिया ने एक यूक्रेनी पूर्व डीजे को ‘जासूस’ के रूप में नामित किया है जो कथित तौर पर रूस के एयरबेस पर हमले के लिए जिम्मेदार था। इस ऑपरेशन को ऑपरेशन स्पाइडरवेब नाम दिया गया था जिसमें यूक्रेनी सेना ने रूस के गहरे अंदर चार एयरफील्ड्स पर हमला किया और कथित तौर पर देश के परमाणु बमवर्षकों का एक तिहाई हिस्सा नष्ट कर दिया।
आरोपियों की पहचान
आरोपी की पहचान 37 वर्षीय आर्टेम टिमोफीव के रूप में हुई है जो एक पूर्व यूक्रेनी डीजे है। रूसी मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार आर्टेम टिमोफीव ने कथित तौर पर हमले के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले ट्रकों का स्वामित्व किया था। ड्राइवरों ने कथित तौर पर “आर्टेम” नाम के एक व्यक्ति से निर्देश प्राप्त करने की बात कही है।
ऑपरेशन स्पाइडरवेब
यूक्रेनी सेना ने कथित तौर पर 18 महीनों में इस ऑपरेशन की योजना बनाई थी जिसमें पांच रूसी बेसों को निशाने पर लिया गया था। इस हमले में कथित तौर पर 117 सस्ते उत्पादित ड्रोन का उपयोग किया गया था जिसने रूस को 7 अरब डॉलर का नुकसान पहुंचाया। यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने इस ऑपरेशन को “ऐतिहासिक” बताया और कहा कि उन्होंने खुद इस ऑपरेशन की निगरानी की थी।
रूसी प्रतिक्रिया
रूसी सैनिकों ने कथित तौर पर एंटी-ड्रोन गन का उपयोग करके हमले को रोकने की कोशिश की, लेकिन ड्रोन की संख्या अधिक होने के कारण वे असफल रहे। इस हमले के बाद रूसी एयरबेस पर कई विमान क्षतिग्रस्त या नष्ट हो गए।
ऑपरेशन की विशेषताएं
यूक्रेनी सेना ने कथित तौर पर रूसी क्षेत्र में एक कार्यालय से इस ऑपरेशन को चलाया था जो एफएसबी मुख्यालय के पास स्थित था। यह ऑपरेशन यूक्रेनी सेना की योजना और निष्पादन क्षमता का एक उदाहरण है।
ऑपरेशन स्पाइडरवेब यूक्रेनी सेना की एक बड़ी सफलता थी जिसने रूस को भारी नुकसान पहुंचाया। आर्टेम टिमोफीव की गिरफ्तारी के बाद इस मामले में और भी खुलासे हो सकते हैं। यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने इस ऑपरेशन की सफलता के लिए अपनी सेना की प्रशंसा की है l