नई दिल्ली:- एक आईआईएम ग्रेजुएट ने महज 10 दिनों में 21 लाख रुपये की नौकरी छोड़ दी क्योंकि उन्हें पता चला कि उनकी भूमिका में बिक्री शामिल है। यह घटना न केवल कॉर्पोरेट दुनिया की सच्चाई को उजागर करती है बल्कि यह भी दिखाती है कि ऊंची डिग्री और मोटा पैकेज हमेशा संतुष्टि की गारंटी नहीं होते।
क्या है पूरा मामला?
इस आईआईएम ग्रेजुएट को 21 लाख रुपये की सालाना पैकेज पर नौकरी मिली थी साथ ही 2 लाख रुपये का जॉइनिंग बोनस भी मिला था लेकिन जब उन्हें पता चला कि उनकी भूमिका में बिक्री शामिल है तो उन्होंने नौकरी छोड़ने का फैसला कर लिया।
कॉर्पोरेट दुनिया की सच्चाई
यह घटना कॉर्पोरेट दुनिया की सच्चाई को उजागर करती है कई बार नौकरी के दौरान उम्मीदवारों को पता चलता है कि उनकी भूमिका में क्या शामिल है और यह उनकी उम्मीदों से मेल नहीं खाता है। ऐसे मामलों में उम्मीदवारों को नौकरी छोड़ने का फैसला करना पड़ सकता है।
नौकरी की वास्तविकता
यह घटना नौकरी की वास्तविकता को भी दिखाती है कई बार नौकरी के दौरान उम्मीदवारों को पता चलता है कि उनकी भूमिका में क्या शामिल है और यह उनकी उम्मीदों से मेल नहीं खाता है। ऐसे मामलों में उम्मीदवारों को नौकरी छोड़ने का फैसला करना पड़ सकता है। यह घटना हमें यह सिखाती है कि नौकरी के दौरान हमें अपनी भूमिका के बारे में स्पष्ट जानकारी होनी चाहिए। इसके अलावा हमें अपनी उम्मीदों और वास्तविकता के बीच के अंतर को समझना चाहिए।