अगर आप भी फ्री वाईफाई के चक्कर में अपने फोन को किसी भी नेटवर्क से कनेक्ट कर लेते हैं तो सावधान हो जाएं। नहीं तो आपको भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है. फ्री वाईफाई के वजह से आपके फोन में वायरस, मैलवेयर और स्कैम का शिकार भी बन सकते हैं।
कई बार लोग फ्री वाईफाई मिलते ही फिल्में और गेम्स डाउनलोड करने लगते हैं। फ्री वाईफाई का इस्तेमाल करने से पहले आपको कई बार सोचना चाहिए। अगर आप किसी भी नेटवर्क से बिना सोचे समझे अपने डिवाइस को कनेक्ट कर लेते हैं तो इससे आपको नुकसान हो सकता है। फ्री वाई-फाई से होने वाली समस्याओं में ये शामिल हैं।
क्या है पब्लिक वाई-फाई?
पब्लिक वाई-फाई एक ऐसा नेटवर्क है, जिसे पब्लिक प्लेस जैसे रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट आदि पर लोग बिना पासवर्ड या वेरीफिकेशन (verification) के इंटरनेट इस्तेमाल कर सकते हैं। अगर किसी नेटवर्क पर पासवर्ड है भी, तो वह सार्वजनिक रूप से उपलब्ध होता है। यह सुविधा जितनी आसान और आकर्षक लगती है, उतना ही खतरनाक भी है। इन नेटवर्क्स पर न केवल आम यूजर्स बल्कि हैकर्स भी आसानी से कनेक्ट कर सकते हैं।
फ्री वाई-फाई नेटवर्क से होते हैं नुकसान
सुरक्षा: फ्री वाई-फाई नेटवर्क अक्सर सुरक्षित नहीं होते हैं, इससे हैकर्स आपके डेटा तक पहुंच सकते हैं। इससे आपकी पर्सनल जानकारी, जैसे कि क्रेडिट कार्ड नंबर, पासवर्ड, और ईमेल एड्रेस, चोरी हो सकता है।
वायरस और मैलवेयर: फ्री वाई-फाई नेटवर्क पर वायरस और मैलवेयर फैलने का खतरा ज्यादा होता है। इससे आपके डिवाइस को नुकसान पहुंच सकता है या आपका डेटा चोरी हो सकता है।
स्पैम और विज्ञापन: फ्री वाई-फाई नेटवर्क के जरिए आपके डिवाइस पर स्पैम और एड्स आने की संभावना ज्यादा होती है। इससे आपका डिवाइस स्लो हो सकता है और आपके डेटा का इस्तेमाल करके एड्स दिखाए जा सकते हैं।
नेटवर्क की स्पीड: फ्री वाई-फाई नेटवर्क अक्सर महंगे वाई-फाई नेटवर्क की तुलना में धीमे होते हैं। इससे आपके डिवाइस का इस्तेमाल करना मुश्किल हो सकता है।
सुरक्षा के उपाय
पब्लिक वाई-फाई का उपयोग करते समय पूरी तरह सेफ रहना संभव नहीं है। किन्तु वाई-फाई इस्तमाल करना फिर भी जरूरी हो तो कुछ आसान तरीकों को अपनाकर आप अपने डेटा काफी हद तक सेफ रख सकते हैं।
1. वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क (VPN) आपके डेटा को एन्क्रिप्ट करने के साथ आपकी ऑनलाइन activities को सुरक्षित बनाता है। जो आपके डिवाइस से निकलने वाले डेटा को पूरी तरह से एन्क्रिप्ट कर देता है।
2. हमेशा HTTPS (हाइपरटेक्स्ट ट्रांसफर प्रोटोकॉल सिक्योर) वाली वेबसाइट्स का उपयोग करें। यह सुनिश्चित करता है कि डेटा एन्रिक्प्टेड रूप में भेजा जा रहा है।
3. अपने डिवाइस की ऑटो-कनेक्ट सेटिंग्स को बंद रखें ताकि वह बिना आपकी जानकारी के किसी नेटवर्क से न जुड़ जाए।
4. वाई-फाई से जुड़ने से पहले अपने ब्राउजर का कैश और हिस्ट्री डिलीट कर दें ताकि हैकर्स को आपका ऑनलाइन डेटा न मिल सके।
5. पब्लिक वाई-फाई पर किसी भी अकाउंट का उपयोग करने के बाद उसे लॉगआउट करना न भूलें. साथ ही उस नेटवर्क को अपने डिवाइस से “Forget” कर दें।