विशाखापत्तनम (आंध्र प्रदेश):- भाजपा के वरिष्ठ नेता जी.वी.एल. नरसिम्हा राव आज विशाखापत्तनम में भोगी उत्सव के पहले दिन में शामिल हुए। भोगी उत्सव मकर संक्रांति महापर्व की पूर्व संध्या पर मनाया जाता है और यह उत्सव आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक, तमिलनाडु और महाराष्ट्र जैसे दक्षिण भारतीय राज्यों में धूमधाम से मनाया जाता है।
इस अवसर पर जी.वी.एल. नरसिम्हा राव ने उत्सव में भाग लिया और स्थानीय लोगों के साथ इस पारंपरिक पर्व को मनाया। भोगी उत्सव के दौरान घरों और सार्वजनिक स्थानों पर अलाव जलाए जाते हैं और पुराने सामान को जलाकर नए साल की शुरुआत का स्वागत किया जाता है। इस दिन को लोग समृद्धि और खुशहाली के प्रतीक के रूप में मनाते हैं।
भोगी उत्सव का महत्व खासकर कृषि प्रधान क्षेत्रों में बहुत अधिक है जहां यह फसल की कटाई के बाद के सुख और समृद्धि के प्रतीक के रूप में मनाया जाता है। इस उत्सव के दौरान लोग रंग-बिरंगे वस्त्र पहनते हैं और अपने घरों को सजाते हैं।
जी.वी.एल. नरसिम्हा राव ने इस मौके पर शुभकामनाएं दीं और क्षेत्रीय संस्कृति की महत्ता को सराहा। उन्होंने कहा कि भोगी जैसे त्योहारों से समाज में सामूहिक एकता और उत्साह बढ़ता है जो सामाजिक समरसता के लिए बेहद जरूरी है।