नई दिल्ली:- उत्तर प्रदेश के युवा और आक्रामक बल्लेबाज समीर रिजवी ने घरेलू क्रिकेट में इतिहास रच दिया है। अंडर-23 स्टेट ए ट्रॉफी के एक मैच में त्रिपुरा के खिलाफ शानदार प्रदर्शन करते हुए रिजवी ने महज 97 गेंदों पर नाबाद 201 रन बनाकर लिस्ट ए क्रिकेट में सबसे तेज दोहरा शतक जड़ने का रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया। यह पारी न सिर्फ उनके लिए बल्कि उत्तर प्रदेश क्रिकेट के लिए भी गर्व का क्षण बन गई है।
रिजवी ने अपनी इस पारी में 13 चौके और 20 छक्के लगाए जिससे त्रिपुरा के गेंदबाजों की धज्जियां उड़ गईं। उनके आक्रामक खेल ने मैच का रुख ही बदल दिया। रिजवी ने अपनी पारी की शुरुआत 23वें ओवर में की और अपनी टीम को एक बड़े स्कोर की ओर अग्रसर किया। उन्होंने अकेले दम पर उत्तर प्रदेश को 405 रनों तक पहुंचाया जो कि एक बहुत ही विशाल लक्ष्य था।
यह पारी भले ही लिस्ट ए क्रिकेट के रिकॉर्ड्स में दर्ज न हो क्योंकि यह एक घरेलू टूर्नामेंट था लेकिन यह निश्चित रूप से एक असाधारण उपलब्धि है। रिजवी की पारी ने उन्हें एक नया सितारा बना दिया है और उनका नाम अब क्रिकेट जगत में चर्चा का विषय बन गया है।
समीर रिजवी की इस पारी ने न्यूजीलैंड के पूर्व क्रिकेटर बोवेस के रिकॉर्ड को तोड़ा जिन्होंने पहले लिस्ट ए क्रिकेट में सबसे तेज दोहरा शतक जड़ा था। रिजवी की बल्लेबाजी ने साबित कर दिया कि वह एक उच्च गुणवत्ता वाले खिलाड़ी हैं और आईपीएल 2025 के लिए वह एक मजबूत दावेदार हो सकते हैं।
यह पारी केवल एक रिकॉर्ड तोड़ने वाली पारी नहीं थी बल्कि यह समीर रिजवी की मानसिक मजबूती कौशल और आक्रामकता का भी प्रमाण थी। उनके द्वारा खेले गए गगनचुंबी छक्के और चौके यह दर्शाते हैं कि वह किसी भी गेंदबाजी आक्रमण का सामना करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।
इस पारी ने उत्तर प्रदेश क्रिकेट को एक नई दिशा दी है और समीर रिजवी को क्रिकेट की दुनिया में एक नई पहचान दिलाई है। इस अद्भुत प्रदर्शन के बाद रिजवी की संभावनाओं को लेकर अब कई चर्चाएं शुरू हो गई हैं और उनके बारे में यह उम्मीद जताई जा रही है कि वह आने वाले वर्षों में भारतीय क्रिकेट टीम के लिए एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी बन सकते हैं।