मॉस्को (रूस):- रूस ने हाल ही में एक महत्वपूर्ण घोषणा की है जिसमें कहा गया है कि उसने कैंसर के इलाज के लिए एक नई वैक्सीन विकसित की है। रूस की राजधानी मॉस्को स्थित पैट्रिट्स मेडिकल रिसर्च सेंटर और मेडिसिनल वैक्सीन रिसर्च इंस्टीट्यूट के वैज्ञानिकों का दावा है कि यह वैक्सीन विभिन्न प्रकार के कैंसर के उपचार में प्रभावी साबित हो सकती है। इस वैक्सीनेशन की उम्मीद के साथ कैंसर मरीजों के लिए एक नई रोशनी नजर आ रही है।
वैज्ञानिकों का कहना है कि यह कैंसर वैक्सीन शरीर में इम्यून रिस्पांस को उत्तेजित करती है जिससे शरीर की अपनी प्रतिरक्षा प्रणाली कैंसर कोशिकाओं को पहचानकर उन्हें नष्ट कर देती है। यह वैक्सीन मुख्य रूप से उन मरीजों के लिए है जो किमोथैरेपी और अन्य उपचारों से गुजर चुके हैं लेकिन उनके शरीर में कैंसर के पुनरावृत्ति के संकेत मिल रहे हैं। वैक्सीनेशन की प्रक्रिया से शरीर में एक मजबूत इम्यूनिटी विकसित होती है जो कैंसर की कोशिकाओं को रोकने में सहायक होती है।
रूस के स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस वैक्सीनेशन के परिणामों को लेकर काफी उत्साह व्यक्त किया है और दावा किया है कि प्रारंभिक परीक्षणों में वैक्सीन ने सकारात्मक परिणाम दिए हैं। इस वैक्सीनेशन के सफल परीक्षण के बाद रूस सरकार ने इसे व्यापक स्तर पर लॉन्च करने की योजना बनाई है। अधिकारियों के अनुसार यह वैक्सीन अगले साल (2025) तक बाजार में उपलब्ध हो सकती है।
वैज्ञानिकों के अनुसार यह वैक्सीन खासतौर पर उन प्रकार के कैंसर के लिए तैयार की गई है जो कठिनाई से इलाज होते हैं जैसे कि फेफड़े स्तन और गॉल ब्लैडर कैंसर। रूस के स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि यह कैंसर के इलाज के लिए एक क्रांतिकारी कदम हो सकता है जो मरीजों की जीवन प्रत्याशा को बढ़ा सकता है।
वैक्सीनेशन की लॉन्चिंग से कैंसर के इलाज के तरीके में एक नया मोड़ आने की उम्मीद जताई जा रही है और दुनियाभर के मेडिकल समुदाय में इसे लेकर काफी उत्सुकता है। अब तक कैंसर के इलाज के लिए विभिन्न उपचार विकल्प मौजूद हैं लेकिन इस नई वैक्सीन के माध्यम से एक नई उम्मीद जगी है जो लाखों मरीजों के लिए राहत का कारण बन सकती है।