नई दिल्ली:- संसद में चल रहे विशेष सत्र में आज संविधान पर बहस के दौरान राहुल गांधी और अनुराग ठाकुर के बीच तीखी नोकझोंक देखने को मिली। लोकसभा में राहुल गांधी ने भाजपा और वीर सावरकर पर सवाल उठाते हुए कहा कि भाजपा नेता संविधान का आदर करने की बात करते हैं लेकिन सावरकर ने खुद इसे भारतीय संस्कृति के खिलाफ बताया था। इसके बाद केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने राहुल गांधी पर पलटवार करते हुए कहा कि जिनके परिवार का नाम 1984 के सिख विरोधी दंगों से जुड़ा है वे आज हमें संविधान का पाठ पढ़ा रहे हैं।
राहुल गांधी ने क्या कहा?
राहुल गांधी ने अपने भाषण में कहा कि भाजपा और आरएसएस हमेशा संविधान को कमजोर करने की कोशिश करते हैं। उन्होंने वीर सावरकर के विचारों का जिक्र करते हुए कहा सावरकर ने कहा था कि हमारा संविधान भारतीय संस्कृति का प्रतिनिधित्व नहीं करता। राहुल ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि जो लोग सावरकर को आदर्श मानते हैं वे संविधान की बात करने का नैतिक अधिकार नहीं रखते।
अनुराग ठाकुर का पलटवार
राहुल गांधी के इस बयान पर केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने तीखा जवाब दिया। उन्होंने कहा राहुल गांधी की पार्टी ने देश को विभाजन की आग में झोंका और 1984 में सिखों का कत्लेआम किया। ऐसे लोग संविधान का सम्मान करना क्या जानें? ठाकुर ने राहुल के परिवार पर आरोप लगाते हुए कहा कि गांधी परिवार ने हमेशा देश के कानूनों और नियमों का दुरुपयोग किया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भाषण
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज दोपहर विपक्ष के आरोपों और प्रियंका गांधी के संसद में दिए गए बयान पर अपनी प्रतिक्रिया दे सकते हैं। पीएम मोदी ने पहले ही संकेत दिए हैं कि विपक्ष पर उनके जवाब कड़े होंगे। इससे पहले प्रियंका गांधी ने अपने भाषण में केंद्र सरकार पर संविधान की मूल भावना को कमजोर करने का आरोप लगाया था।
संविधान पर बहस क्यों अहम है?
इस बहस को आगामी लोकसभा चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है। जहां भाजपा अपने विकास कार्यों का बखान कर रही है वहीं विपक्ष संविधान लोकतंत्र और सामाजिक न्याय के मुद्दों को प्रमुखता दे रहा है। यह सत्र राजनीति और विचारधाराओं के टकराव का बड़ा मंच बन गया है जहां हर दल अपने दृष्टिकोण को जनता के सामने रखने की कोशिश कर रहा है।