नई दिल्ली:- भारत के युवा शतरंज खिलाड़ी डी गुकेश ने 2024 में शतरंज की दुनिया में एक नया इतिहास रच दिया। उन्होंने केवल 18 साल की उम्र में शतरंज के वर्ल्ड चैम्पियन का खिताब जीतकर न केवल भारत को गौरवान्वित किया बल्कि शतरंज के खेल में चीन की लंबे समय से चल रही बादशाहत को भी समाप्त कर दिया।
गुकेश ने यह खिताबी मुकाबला चीन के डिंग लिरेन के खिलाफ खेला। शुरुआत में मुकाबला बेहद कठिन था और डिंग लिरेन के अनुभव ने उन्हें कई बार मैच में दबाव बनाने का मौका दिया। हालांकि, गुकेश ने अपनी बुद्धिमत्ता और मानसिक दृढ़ता का परिचय देते हुए डिंग लिरेन को हराया। इस मुकाबले में एक समय ऐसा भी आया, जब यह मुकाबला टाईब्रेक की ओर बढ़ रहा था लेकिन गुकेश ने अंतिम पल में एक शानदार रणनीति के तहत जीत हासिल की और वर्ल्ड चैम्पियन बनने का इतिहास रचा।
डी गुकेश की यह जीत भारतीय शतरंज के इतिहास में मील का पत्थर साबित होगी क्योंकि 18 साल की उम्र में वर्ल्ड चैम्पियन बनने वाले वह पहले खिलाड़ी हैं। इससे पहले यह खिताब मुख्य रूप से रूस और चीन के खिलाड़ियों के पास ही था। इस जीत के साथ ही उन्होंने खुद को विश्वनाथन आनंद के बाद भारतीय शतरंज के सबसे बड़े नामों में शामिल कर लिया है। विश्वनाथन आनंद जो खुद एक वर्ल्ड चैम्पियन रह चुके हैं अब गुकेश को भारतीय शतरंज का अगला सितारा मानते हैं।
गुकेश की जीत ने केवल शतरंज जगत को ही नहीं बल्कि पूरे भारत को गर्व महसूस कराया है। उनके परिवार और कोच ने भी इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर उन्हें ढेर सारी शुभकामनाएं दी हैं। इसके साथ ही गुकेश के इस ऐतिहासिक मुकाम तक पहुंचने से भारत में शतरंज को लेकर उत्साह और भी बढ़ेगा और आने वाली पीढ़ी के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगा।