इज़राइल:-हिजबुल्लाह के प्रमुख, हसन नसरल्लाह ने हाल ही में इज़राइल के खिलाफ ‘दिव्य विजय’ की घोषणा की है। उन्होंने कहा है कि हिजबुल्लाह ने इज़राइल को हराने में सफलता प्राप्त की है और यह एक दिव्य विजय है। नसरल्लाह ने यह भी कहा है कि हिजबुल्लाह ने इज़राइल के हमलों को विफल करने में सफलता प्राप्त की है और यह एक बड़ी जीत है। उन्होंने कहा है कि हिजबुल्लाह की यह जीत इज़राइल के लिए एक बड़ा झटका है और यह उसकी सैन्य शक्ति को कमजोर करेगी।
हिजबुल्लाह और इज़राइल के बीच का संघर्ष कई वर्षों से चल रहा है। हिजबुल्लाह एक लेबनानी शिया इस्लामी समूह है जो इज़राइल के खिलाफ लड़ रहा है। इज़राइल ने हिजबुल्लाह को एक आतंकवादी समूह के रूप में वर्गीकृत किया है और उसे अपने देश के लिए एक बड़ा खतरा मानता है। हिजबुल्लाह की स्थापना 1982 में लेबनानी गृहयुद्ध के दौरान हुई थी। तब से यह समूह इज़राइल के खिलाफ लड़ रहा है और कई बार दोनों पक्षों के बीच संघर्ष हुआ है।
हिजबुल्लाह की यह घोषणा इज़राइल के लिए एक बड़ा झटका हो सकती है और यह उसकी सैन्य शक्ति को कमजोर कर सकती है। लेकिन यह भी संभव है कि इज़राइल इस घोषणा को एक बड़ा खतरा न माने और अपनी सैन्य शक्ति को मजबूत करने के लिए काम करे। इस पूरे मामले में यह स्पष्ट है कि हिजबुल्लाह और इज़राइल के बीच का संघर्ष एक बड़ा और जटिल मुद्दा है। यह संघर्ष कई वर्षों से चल रहा है और इसके परिणामस्वरूप कई लोग मारे गए हैं और कई लोग विस्थापित हुए हैं।
इसलिए यह आवश्यक है कि अंतर्राष्ट्रीय समुदाय इस मामले में हस्तक्षेप करे और हिजबुल्लाह और इज़राइल के बीच शांति वार्ता की व्यवस्था करे। यही एक तरीका है जिससे इस संघर्ष को रोका जा सकता है और क्षेत्र में शांति और स्थिरता बहाल की जा सकती है ।