नई दिल्ली:- केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ महाराष्ट्र में महायुति सरकार के प्रमुख नेताओं की एक बैठक हुई जिसमें सरकार के विभागों के बंटवारे पर विस्तार से चर्चा की गई। बैठक में देवेंद्र फडणवीस, एकनाथ शिंदे और अजित पवार ने भाग लिया और यह स्पष्ट किया गया कि बड़े विभागों में कोई बदलाव नहीं होगा। गृह विभाग भाजपा के पास, वित्त विभाग एनसीपी के पास, और शहरी विकास विभाग शिवसेना के पास रहेगा।हालांकि मुख्यमंत्री पद के मुद्दे पर सीधी चर्चा नहीं हुई लेकिन देवेंद्र फडणवीस को नई जिम्मेदारी के लिए तैयार रहने को कहा गया है। अगर सबकुछ ठीक रहा तो दो दिसंबर को फडणवीस महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ले सकते हैं। बैठक में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा भी मौजूद थे।
एकनाथ शिंदे ने मुख्यमंत्री पद की दावेदारी छोड़ दी है और कहा कि यह निर्णय भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व पर छोड़ते हैं। शिंदे के समर्थक शिवसेना के कई नेता उनकी मुख्यमंत्री बनाए रखने की मांग कर रहे हैं। वहीं पिछली बार उपमुख्यमंत्री पद पर रहते हुए फडणवीस ने भाजपा की ऐतिहासिक जीत के बाद मुख्यमंत्री पद की दावेदारी को और मजबूत किया है। अमित शाह ने बैठक में तीनों नेताओं को एकजुट होकर काम करने का निर्देश दिया ताकि विधानसभा में प्राप्त जनसमर्थन को बनाए रखा जा सके। आगामी एक साल में 27 महानगर पालिकाओं और कई जिला परिषदों के चुनाव होने हैं जिनमें महायुति एकजुट होकर चुनाव लड़ेगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह 30 नवंबर और 1 दिसंबर को भुवनेश्वर में पुलिस महानिदेशकों की बैठक में शामिल होंगे। इसके बाद 2 दिसंबर को नई सरकार का शपथ ग्रहण समारोह हो सकता है। इससे पहले भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा पर्यवेक्षक भेजकर विधायक दल की बैठक आयोजित करेंगे जिसमें औपचारिक रूप से विधायक दल के नेता का चुनाव होगा।