सोनभद्र (उत्तर प्रदेश):- राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय ओबरा उत्तर प्रदेश में संविधान दिवस के अवसर पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. प्रमोद कुमार ने की। कार्यक्रम की शुरुआत प्रस्तावना के पाठन से हुई जिसमें संविधान के मूल्यों और महत्व पर चर्चा की गई। इसके बाद एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. महेंद्र प्रकाश के संयोजन में अंतर्महाविद्यालयीय और विश्वविद्यालय स्तर की भाषण व चित्रकला प्रतियोगिताओं के लिए प्रतिभागियों का चयन किया गया। प्रतियोगिता का विषय ‘भारतीय संविधान – एक दर्शन’ था।
भाषण प्रतियोगिता
प्रतियोगिता में छात्रों ने संविधान के माध्यम से प्रदत्त अधिकारों समानता के अवसर और सामाजिक न्याय पर अपने विचार प्रस्तुत किए। उन्होंने कहा कि भारतीय संविधान व्यक्ति की गरिमा को सुनिश्चित करता है और सामाजिक समरसता के लिए एक मजबूत आधार प्रदान करता है। भाषण प्रतियोगिता के निर्णायक मंडल में डॉ. किरण सिंह, डॉ. अमूल्य कुमार सिंह, और डॉ. सचिन शामिल थे।
• बीए की अर्चना को प्रथम स्थान
• श्रीजल को द्वितीय स्थान
• बीएससी की तराना परवीन को तृतीय स्थान प्राप्त हुआ।
चित्रकला प्रतियोगिता
चित्रकला प्रतियोगिता के निर्णायक मंडल में डॉ. आलोक यादव, डॉ. सचिन, और डॉ. महीप कुमार थे।
• सानिया फैयाज ने प्रथम स्थान
• शांतनु शर्मा ने द्वितीय स्थान
• सान्या केशरवानी ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।
कार्यक्रम के मुख्य बिंदु
डॉ. अंबेडकर की संविधान सभा में दिए गए विचारों और उनके सामाजिक समरसता के योगदान पर विशेष चर्चा की गई। यह बताया गया कि संविधान ने समाज को विकास का मार्ग प्रदान किया है जिसके माध्यम से भारत निरंतर प्रगति कर रहा है।
कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद ज्ञापन सह-संयोजक डॉ. अमूल्य कुमार सिंह ने दिया। इस अवसर पर डॉ. विजय प्रताप यादव सहित महाविद्यालय के शिक्षक, कर्मचारी और छात्र बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।