नई दिल्ली:- देशभर में इस समय वायरल फीवर और डेंगू दोनों ही बुखारों का कहर है। बदलते मौसम में इन दोनों बुखारों के मामलों में तेजी आई है। वायरल बुखार और डेंगू के लक्षण एक जैसे हो सकते हैं लेकिन इनका कारण और इलाज अलग-अलग होते हैं। यह जानना बहुत जरूरी है कि इन दोनों बुखारों के लक्षणों में क्या अंतर है ताकि समय रहते सही उपचार शुरू किया जा सके।
वायरल बुखार के लक्षण: वायरल फीवर अक्सर मौसम बदलने के कारण होता है। इसके प्रमुख लक्षणों में हल्का से तेज बुखार, बदन दर्द, मांसपेशियों में खिंचाव, गले में खराश, सर्दी-खांसी और थकान शामिल हैं। वायरल बुखार आमतौर पर घर पर आराम करने से ठीक हो जाता है और इसमें पेट की समस्या सामान्यतः नहीं होती है।
डेंगू के लक्षण: डेंगू के बुखार में अचानक तेज बुखार होता है जो 104 डिग्री तक जा सकता है। इसके साथ ही सिरदर्द, आंखों के पीछे दर्द, शरीर और जोड़ों में मांसपेशियों का तेज दर्द होता है। डेंगू के लक्षणों में शरीर पर लाल रंग के दाने निकलते हैं जो आमतौर पर चेहरे, गर्दन, और पीठ पर होते हैं। डेंगू के बुखार में पेट दर्द और उल्टी जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं। गंभीर मामलों में नाक से खून आना, मसूड़ों से खून बहना, और शरीर में खून की कमी भी हो सकती है।
दोनों बुखारों में अंतर:
बुखार का तापमान: डेंगू में तेज बुखार अचानक आता है, जबकि वायरल बुखार में बुखार धीरे-धीरे बढ़ता है।
दर्द: डेंगू में शरीर और जोड़ों में तेज दर्द होता है जबकि वायरल बुखार में शरीर में हल्का दर्द होता है।
दाने: डेंगू में शरीर पर दाने निकलते हैं जबकि वायरल फीवर में ऐसा कोई संकेत नहीं होता है।
उपचार और सावधानी: अगर डेंगू के लक्षण दिखाई दें तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। डेंगू का इलाज समय रहते न किया जाए तो यह गंभीर और जीवन के लिए खतरनाक हो सकता है। वहीं वायरल बुखार में आराम पानी पीने और दवाइयों के साथ इलाज संभव है।
वायरल बुखार और डेंगू दोनों ही आम समस्याएं हैं लेकिन इनकी पहचान और इलाज अलग-अलग होते हैं। समय रहते सही इलाज से आप दोनों बुखारों से बच सकते हैं। इसलिए जब भी बुखार हो खासकर अगर डेंगू के लक्षण दिखे तो तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें।
पेट की समस्या: डेंगू में पेट दर्द और उल्टी होती है जबकि वायरल फीवर में आमतौर पर पेट में कोई समस्या नहीं होती है।