संभल (उत्तर प्रदेश):- संभल में हाल ही में हुई हिंसा के बाद स्थिति और भी तनावपूर्ण हो गई है। तीन लोगों की मौत के बाद इलाके में तनाव और बढ़ गया है। इस हिंसा के बाद सवाल उठ रहे हैं कि तीनों को गोली किसने मारी। मृतकों के परिजन और विपक्षी नेता पुलिस पर आरोप लगा रहे हैं जबकि पुलिस इन आरोपों से इनकार कर रही है।
हिंसा के बाद जिला प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए कई अहम कदम उठाए हैं। डीएम ने आदेश जारी किया है कि अब संभल में ईंट, पत्थर और ज्वलनशील पदार्थ की बिक्री पर रोक लगाई जाए, ताकि किसी भी तरह की हिंसा या उपद्रव को बढ़ावा न मिले। इसके साथ ही बिना इजाजत के नेताओं की एंट्री पर भी रोक लगा दी गई है ताकि किसी प्रकार का राजनीतिक उन्माद ना फैले।
हिंसा के बाद जब कोर्ट के आदेश पर सर्वे किया जा रहा था, तो अचानक पत्थरबाजी की घटना ने सबको चौंका दिया। अब सवाल उठ रहे हैं कि आखिर इस हिंसा को किसने बढ़ावा दिया। वहीं हिंसा प्रभावित इलाकों में तनाव बरकरार है और भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। पुलिस ने अब तक हिंसा के आरोप में 21 लोगों को गिरफ्तार किया है।
अफवाहों पर काबू पाने और स्थिति को काबू में करने के लिए आज संभल और आसपास के जिलों में स्कूल बंद कर दिए गए हैं। इसके अलावा इंटरनेट सेवा भी बंद कर दी गई है ताकि हिंसा और अफवाहों को फैलने से रोका जा सके।
संभल में हुई इस हिंसा को लेकर प्रशासन ने सख्त कदम उठाए हैं लेकिन इलाके में शांति और स्थिति को नियंत्रित करने के लिए और भी प्रयास किए जाएंगे।