ग्रेटर नोएडा (उत्तर प्रदेश):- बिसरख कोतवाली एरिया की अजनारा होम्स सोसायटी में विजली काटने को लेकर मेंटिनेंस टीम और निवासियों के वीच विवाद वढ़ता जा रहा है। एक फ्लैट की विजली काटने पर एक निवासी की मेंटिनेंस टीम से हाथापाई हो गई। आरोप है कि मीटर में पैसे होने के बाद भी गलत तरीके से प्रीपेड मीटर से मेंटिनेंस चार्ज काटा जा रहा है। शुक्रवार देर रात पुलिस फ्लैट मालिक को पकड़कर थाने ले गए और हिरासत में रखा। इसके बाद सोसायटी के अन्य लोग भी थाने पहुंचे। पुलिस ने शनिवार सुबह निवासी को छोड़ा। सोसायटी के वी टावर में अनिल कुमार खोखर परिवार के साथ रहते हैं। उन्होंने बताया कि परिसर में 2 महीने पहले मेंटिनेंस प्रबंधन ने प्रीपेड मीटर से रखरखाव से जुड़े चार्ज लेने के लिए एक नए ऐप को शुरू किया था।
क्या है मामला :-
इसके जरिये बिजली मीटर रिचार्ज और मेंटिनेंस चार्ज को जमा किया जाना तय हुआ। आरोप है कि इस ऐप से पैसे काटने में गड़वड़ी हो रही है। निवासियों ने इसका लगातार विरोध करते हुए पुलिस से शिकायत की है। पुलिस ने मेंटिनेंस प्रबंधन से ऐप के जरिये चार्ज काटने से मना किया, लेकिन प्रबंधन ने प्रक्रिया चालू रखी। इसका विरोध करते हुए लोगों ने ऐप को रिचार्ज करना बंद कर दिया।
पीड़ित का आरोप है कि उन्होंने 11 अक्टूबर को अपने मीटर में 55 सौ रुपये का रिचार्ज कराया था। सोसायटी प्रबंधन ने 21 अक्टूबर को बिजली काट दी गई। इसके वाद वह अपनी समस्या लेकर मेंटिनेंस दफ्तर पहुंचे। यहां पीड़ित और प्रबंधन के कुछ सदस्यों के बीच विवाद हो गया। इसी वीच पीड़ित ने एक सदस्य का कॉलर पकड़ लिया। इसके बाद पुलिस ने दोनों को समझाकर मामले को शांत कराया। उन्होंने वताया कि हाई कोर्ट की रोक के बाद भी शुक्रवार को फिर से अनिल खोखर के फ्लैट की बिजली काट दी गई। दोवारा पुलिस को बुलाया गया। पुलिस दोनों पक्षों को चौकी ले गई। आरोप है कि दोनों पक्षों से मामले की शिकायत होने के बाद भी पुलिस ने एकतरफा कार्रवाई करते हुए पीड़ित को करीब 15 घंटे तक हिरासत में रखा। शुक्रवार देर रात तक इसका विरोध करते हुए निवासी कोतवाली में डटे रहे। शनिवार को पीड़ित को जमानत के बाद छोड़ा गया। जिसके वाद से सभी निवासियों में काफी अधिक रोष है।
परिसर में प्रीपेड मीटर
इस मामले में सोसायटी के एस्टेट मैनेजर संगम त्रिपाठी ने वताया कि परिसर में प्रीपेड मीटर है। एक निवासी अनिल कुमार जबरन दूसरी तरह से चीजों को करने के लिए दवाव बना रहे हैं। इन्होंने स्टाफ के साथ मारपीट भी की। इसकी शिकायत पुलिस को दी गई थी, उन्होंने एक्शन लिया। लाइट प्रबंधन ने नहीं काटी, नियम के अनुसार ही पैसे कम होने पर कट हुई। विसरख कोतवाली एसएचओ मनोज कुमार चौहान ने बताया कि अजनारा होम्स सोसायटी का प्रकरण मेरे संज्ञान में नहीं है, चौकी इंचार्ज से जानकारी लेते है।