नई दिल्ली :- हैदराबाद क्रिकेट एसोसिएशन में कथित वित्तीय अनियमितताओं से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और कांग्रेस नेता मोहम्मद अजहरुद्दीन से नौ घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की। 61 वर्षीय पूर्व सांसद को 3 अक्टूबर को ईडी के समक्ष पेश होने के लिए बुलाया गया था, लेकिन उन्होंने एक नई तारीख की मांग करते हुए इसे स्थगित करने का अनुरोध किया। नतीजतन, एजेंसी ने बाद में उन्हें 8 अक्टूबर को पेश होने के लिए नया समन जारी किया।
रात 9 बजे तक ED ऑफिस में रहे अजहरुद्दीन
संघीय एजेंसी ने धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA) के अनुसार उनका बयान दर्ज किया। सफेद कुर्ता-पायजामा पहने अजहरुद्दीन सुबह करीब 11 बजे फतेह मैदान रोड स्थित ईडी कार्यालय पहुंचे और रात 9 बजे के बाद वहां से चले गए।
आरोपों को लेकर क्या बोले पूर्व क्रिकेटर?
पीटीआई ने पूर्व क्रिकेटर के हवाले से कहा कि, ‘जो भी आरोप लगाए गए हैं, वे निराधार, तुच्छ और दुर्भावनापूर्ण इरादे से लगाए गए हैं। इसके अलावा मेरे पास कहने के लिए और कुछ नहीं है। मैं विवरण में नहीं जाना चाहता।’
अजहरुद्दीन से ईडी की पूछताछ के पीछे क्या मामला है?
यह जांच हैदराबाद क्रिकेट एसोसिएशन (HCA) के भीतर कथित वित्तीय अनियमितताओं पर केंद्रित है। इन अनियमितताओं से संबंधित तलाशी पिछले साल नवंबर में प्रवर्तन निदेशालय (ED) द्वारा की गई थी। एजेंसी एचसीए अध्यक्ष के रूप में अजहरुद्दीन के कार्यों की जांच कर रही है।