भारतीयों द्वारा गोल्ड लोन लेने की बढ़ती प्रवृत्ति ने भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) को चिंतित कर दिया है। आरबीआई(RBI) की चिंता का मुख्य कारण यह है कि गोल्ड लोन की बढ़ती मांग से देश की आर्थिक स्थिरता पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
गोल्ड लोन की विशेषता यह है कि यह एक सुरक्षित लोन है जिसमें ग्राहक अपने सोने के आभूषणों को गिरवी रखकर लोन प्राप्त कर सकते हैं। यह लोन आम तौर पर कम ब्याज दरों पर उपलब्ध होता है जो इसे आकर्षक बनाता है।
हालांकि आरबीआई(RBI) को यह चिंता है कि गोल्ड लोन की बढ़ती मांग से देश की आर्थिक स्थिरता पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। इसका मुख्य कारण यह है कि गोल्ड लोन की बढ़ती मांग से सोने की कीमतों में वृद्धि हो सकती है जिससे देश के विदेशी मुद्रा भंडार पर दबाव पड़ सकता है ।
इसके अलावा आरबीआई(RBI) को यह भी चिंता है कि गोल्ड लोन की बढ़ती मांग से देश में ऋण की समस्या बढ़ सकती है। यदि ग्राहक अपने गोल्ड लोन का भुगतान करने में असमर्थ होते हैं तो इससे देश के बैंकिंग प्रणाली पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है ।
आरबीआई(RBI) ने हाल ही में 100 टन सोना वापस लाया है जो देश के गोल्ड रिज़र्व को बढ़ावा देगा इससे देश की आर्थिक स्थिरता में सुधार होगा और गोल्ड लोन की बढ़ती मांग के नकारात्मक प्रभावों को कम किया जा सकेगा।
_फायदे:_
– _कम ब्याज दरें:_ गोल्ड लोन आम तौर पर कम ब्याज दरों पर उपलब्ध होता है।
– _सुरक्षित लोन:_ गोल्ड लोन एक सुरक्षित लोन है जिसमें ग्राहक अपने सोने के आभूषणों को गिरवी रखकर लोन प्राप्त कर सकते हैं।
– _आसान प्रक्रिया:_ गोल्ड लोन की प्रक्रिया आम तौर पर आसान और तेज होती है।