हाथरस (उत्तर प्रदेश):- हाथरस के धार्मिक आयोजन में सुरक्षा ड्यूटी पर तैनात यूपी पुलिस कांस्टेबल शीला मौर्य ने कहा, “मुझे मंच के सामने तैनात किया गया था। कार्यक्रम समाप्त होने के बाद वहां भारी भीड़ थी। लोग एक-दूसरे के ऊपर गिरने लगे। मैंने कई महिलाओं की मदद की लेकिन बाद में मैं भी गिर गई और मुझे काफी चोटें आईं। समस्या यह थी कि वहां भारी भीड़ थी और सभी लोग एक साथ कार्यक्रम स्थल से बाहर निकलने लगे। उस समय मैं केवल लोगों को बचाने की कोशिश कर रही थी लेकिन मैं भी फिर गिर गई। सीएम ने मुझसे घटना के बारे में पूछा।”
समाजवादी पार्टी सांसद राम गोपाल यादव ने हाथरस हादसे पर कहा, ” कई बार ऐसी स्थिति बन जाती है, ज़्यादा भीड़ हो जाती है। भोले बाबा से लोगों की आस्था इतनी थी जिस कारण से बड़े पैमाने पर भीड़ हुई। सरकार इसकी जांच कर रही है, यह हादसा है न कि कोई साजिश है, जैसा कि लोग कह रहे हैं। सरकार को SOP निर्धारित करनी चाहिए कि कितनी भीड़ हो और आने-जाने की व्यवस्था, सुरक्षा के इंतजाम और बाकी की चीज़ें तय करना चाहिए।”