पुणे (महाराष्ट्र):- पुणे कार दुर्घटना मामला में पुणे सीपी अमितेश कुमार ने कहा, “हम दोनों मामले की बारीकी से और पूरी संवेदनशीलता के साथ जांच कर रहे हैं। हम एक पुख्ता मामला बना रहे हैं। नाबालिग को तरजीह देने के आरोपों पर एसीपी रैंक का एक अधिकारी आरोपों की जांच कर रहा है। पीड़ित को न्याय मिलेगा और आरोपी को सजा दी जाएगी। हमने मामले में विशेष वकील नियुक्त करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है ताकि अदालत में मामले में अपना पक्ष मजबूती से रखा जा सके। पुलिस इस मामले को सख्ती से संभालने की राह पर है।”
आरोपियों को तरजीह देने के आरोपों पर फिलहाल जांच में कुछ नहीं मिला है। अगर ऐसी कोई जानकारी मिलेगी कि चश्मदीद को किसी परेशानी का सामना करना पड़ा तो उन पुलिसवालों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। हमें अभी तक ब्लड रिपोर्ट नहीं मिली है। सबसे पहले ब्लड रिपोर्ट ली गई और फोरेंसिक को भेजी गई। हमने फोरेंसिक से दोनों नमूनों का डीएनए नमूना लेने का अनुरोध किया है।
हमारे पास पब में शराब पीने का सीसीटीवी फुटेज है। कहने का मतलब यह है कि ब्लड रिपोर्ट के आधार पर हमारा मामला अकेला नहीं है, हमारे पास अन्य सबूत भी हैं। वह (नाबालिग आरोपी) होश में था। ऐसा नहीं था कि वे सभी इतने नशे में थे कि उन्हें कुछ समझ नहीं आ रहा था। उन्हें पूरी जानकारी थी कि उनके आचरण के कारण धारा 304 जैसी घटना घटित हो सकती है। थाने में पिज्जा पार्टी के बारे में कोई तथ्य नहीं है।
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