टेक्नोलॉजी:- किसी मीटिंग को करने के लिए अक्सर लोग वीडियो कॉलिंग ऐप Zoom का इस्तेमाल करते है। अब इस ऐप को लेकर सरकार की ओर से अलर्ट जारी किया गया है। सरकार की ओर से कहा गया है कि इस वीडियो कॉलिंग ऐप नें कई सारी कमियां पाई गई है।
वीडियो कॉलिंग ऐप ज़ूम:- किसी मीटिंग को करने के लिए अक्सर लोग वीडियो कॉलिंग ऐप Zoom का इस्तेमाल करते है। अब इस ऐप को लेकर सरकार की ओर से अलर्ट जारी किया गया है। सरकार की ओर से कहा गया है कि इस वीडियो कॉलिंग ऐप नें कई सारी कमियां पाई गई है। जिस वजह से ये हैकर्स के निशाने पर आसानी से आ सकती है। इस ऐप को इस्तेमाल करने वाले यूजर के डेटा का फायदा हैकर्स ले रहे है। आइए जानते है सरकार ने इसे लेकर क्या है। साथ ही ये भी कि जूम ऐप यूजर्स को हैकर्स से क्या खतरा है,
सरकार की ओर से चेतावनी
सरकार ने Zoom ऐप को लेकर बड़ा अलर्ट जारी किया गया है। इस बात की जानकारी भारतीय इमरजेंसी कंप्यूटर रेस्पॉन्स टीम (CERT-In) ने दी है। उनका कहना है कि अगर आप इस ऐप का इस्तेमाल करते है तो आपको खतरा है। CERT-In ने बताया कि इस प्लेटफॉर्म पर कई सिक्योरिटी सी जुड़ी कमियां पाई गई है। आपका ऐप जूम खुद हैकर्स को अनुमति दे रहा है कि वो मीटिंग में जुड़ सकें इस बात की जानकारी बाकी लोगों को नहीं लग पाएगा। वो आपके मीटिंग से जुड़ी सारी डिटेल्स का इस्तेमाल आपके खिलाफ कर सकते है।
हैकर्स के निशाने पर Zoom ऐप
CERT-In ने बताया कि वीडियो कालिंग ऐप जूम खुद हैकर्स को मीटिंग से जुड़ने की अनुमति दे रहा है। ऐसे में आपको पता भी नहीं होगा और हैकर्स के पास उस मीटिंग से जुड़ी सारी डिटेल्स होगी। ये भी बताया गया कि ब्रीच अगर सफल हुआ तो हैकर्स मीटिंग्स के ऑडियो और वीडियो कॉल्स को एक्सेस कर सकते हैं। यही वजह है कि Ministry of Electronics and Information Technology (MeitY) ने हैकर्स के इस थ्रेट लेवल को ‘मीडियम’ केटेगरी में डाल दिया है।
हैकर्स से बचने के लिए क्या करें
सर्ट ने अपनी एक रिपोर्ट में बताया कि जूम में कई तरह की कमियां मिली है। ऐप में यह कमियां रेस कंडीशन एंड इंप्रोपर एक्सेस कंट्रोल की वजह से है। अगर आप Zoom की इन खामियों से बचना चाहते है तो अपने एप को अपडेट कर लें। सर्ट ने यूजर्स को बताया कि वो हमेशा सिक्योर इंटनरेट कनेक्शन का ही इस्तेमाल करें। कभी भी किसी पब्लिक वाई-फाई का इस्तेमाल ना करें।
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