वाराणसी (उत्तर प्रदेश):- उत्तर प्रदेश के वाराणसी जनपद में एंटी करप्शन टीम ने सोमवार को एक लेखपाल को भूमि सीमांकन के लिए 20 हजार रुपए रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। ग्राम प्रधान द्वारा लेखपाल के खिलाफ शिकायत की गई थी उसके बाद एंटी करप्शन टीम द्वारा कार्रवाई की गई। एंटी करप्शन टीम के प्रभारी निरीक्षक द्वारा बताया गया कि वाराणसी जनपद के बड़ागांव थाना क्षेत्र के गांगकला गांव के प्रधान शशिकांत वर्मा द्वारा एंटी करप्शन टीम से लिखित शिकायत की गई थी कि पिंडरा तहसील में स्थित गांगकला गांव के लेखपाल विकास गुप्ता द्वारा रिश्वत की डिमांड की जा रही है।
शिकायत में ग्राम प्रधान द्वारा यह भी बताया गया था कि गांव में आराजी संख्या 706 रास्ता व 723 में नाली है जिस पर गांव की ही कुछ लोगों द्वारा अवैध तरीके से कब्जा कर लिया गया है। लेखपाल से इसकी जांच और सीमांकन करने के बाद रिपोर्ट लगाने के लिए कहा गया तो लेखपाल हीला हवाली करने लगा और रिश्वत न देने पर काम नहीं कर रहा।
उन्होंने यह भी बताया कि ग्राम प्रधान द्वारा शिकायत किए जाने के बाद एंटी करप्शन टीम द्वारा लेखपाल को रंगे हाथ पकड़ने की योजना बनाई गई। सोमवार को ग्राम प्रधान द्वारा लेखपाल को अमृतसरोवर तालाब के समीप रुपए देने के लिए बुलाया गया। टीम द्वारा पहले से ही केमिकल लगे नोट ग्राम प्रधान को दे दिए गए थे। ग्राम प्रधान ने जैसे ही लेखपाल को रुपए दिए इस दौरान एंटी करप्शन की टीम वहां पहुंची और लेखपाल को पकड़ ली। पकड़ने के बाद उसका हाथ धुलवाया गया तो हाथ लाल हो गया। उसके बाद एंटी करप्शन टीम लेखपाल को पड़कर बड़ागांव थाने लेकर पहुंची। थाने पर लेखपाल के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज करते हुए आवश्यक कार्रवाई की जा रही है।