नई दिल्ली: शिक्षा मंत्रालय ने एक बड़ा कदम उठाते हुए घोषणा की है कि आगामी शैक्षणिक सत्र 2026-27 से कक्षा 3 से स्कूल पाठ्यक्रम में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) को शामिल किया जाएगा। इस पहल का उद्देश्य छात्रों को डिजिटल अर्थव्यवस्था के लिए तैयार करना और उन्हें एआई की मूल बातों से परिचित कराना है।
क्या है एआई और क्यों जरूरी है?
एआई एक ऐसी तकनीक है जो मशीनों को मानव जैसी बुद्धिमत्ता प्रदान करने में मदद करती है। आज के डिजिटल युग में एआई का महत्व बढ़ता जा रहा है और यह विभिन्न क्षेत्रों में क्रांति ला रहा है। शिक्षा मंत्रालय का मानना है कि एआई की शिक्षा छात्रों को भविष्य के लिए तैयार करेगी और उन्हें नए अवसर प्रदान करेगी।
कैसे होगी एआई की शुरुआत?
एआई को स्कूल पाठ्यक्रम में शामिल करने के लिए सीबीएसई एक फ्रेमवर्क तैयार कर रहा है। इस फ्रेमवर्क के तहत शिक्षकों को एआई के बारे में प्रशिक्षित किया जाएगा और उन्हें एआई टूल्स का उपयोग करके पाठ्यक्रम तैयार करने में मदद की जाएगी। इसके अलावा एक पायलट प्रोजेक्ट के तहत शिक्षकों को एआई के बारे में प्रशिक्षित किया जा रहा है।
क्या है सरकार का उद्देश्य?
सरकार का उद्देश्य छात्रों को एआई की मूल बातों से परिचित कराना और उन्हें डिजिटल अर्थव्यवस्था के लिए तैयार करना है। सरकार चाहती है कि छात्र एआई के बारे में जानें और इसका उपयोग करके नए अवसर प्राप्त करें।
क्या है एआई पाठ्यक्रम?
एआई पाठ्यक्रम में छात्रों को एआई की मूल बातेंbएआई के अनुप्रयोग और एआई के नैतिक पहलुओं के बारे में पढ़ाया जाएगा। छात्रों को एआई प्रोजेक्ट्स और गतिविधियों के माध्यम से एआई के बारे में सीखने का अवसर मिलेगा।






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