नई दिल्ली:- विश्व बैंक ने हाल ही में एक रिपोर्ट जारी की है जिसमें दक्षिण एशिया के देशों से वैश्विक संरक्षणवादी लहर के बावजूद टैरिफ कम करने का आग्रह किया गया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि टैरिफ कम करने से दक्षिण एशियाई देशों को अपने व्यापार को बढ़ावा देने और आर्थिक विकास को गति देने में मदद मिल सकती है।
वैश्विक संरक्षणवाद का बढ़ता प्रभाव
वैश्विक संरक्षणवाद का प्रभाव अब दक्षिण एशिया पर भी पड़ने लगा है। कई देश अपने घरेलू उद्योगों की रक्षा के लिए टैरिफ और अन्य व्यापारिक बाधाओं का उपयोग कर रहे हैं। इससे दक्षिण एशियाई देशों के लिए व्यापार करना मुश्किल हो रहा है और उनके आर्थिक विकास पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है।
विश्व बैंक की सलाह
विश्व बैंक की रिपोर्ट में कहा गया है कि दक्षिण एशियाई देशों को अपने व्यापार को बढ़ावा देने और आर्थिक विकास को गति देने के लिए टैरिफ कम करने की आवश्यकता है। रिपोर्ट में कहा गया है कि टैरिफ कम करने से देशों को अपने आयात को बढ़ाने और अपने निर्यात को बढ़ावा देने में मदद मिल सकती है। इससे आर्थिक विकास को गति मिल सकती है और गरीबी कम करने में मदद मिल सकती है।
टैरिफ कम करने के लाभ
टैरिफ कम करने से दक्षिण एशियाई देशों को कई लाभ हो सकते हैं। इससे आयात की लागत कम हो सकती है, जिससे उपभोक्ताओं को सस्ते में सामान मिल सकता है। इससे आर्थिक विकास को भी गति मिल सकती है क्योंकि आयात की लागत कम होने से व्यवसायों को अपने उत्पादन को बढ़ाने में मदद मिल सकती है।






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